इन कारकों के स्वामी हैं मंगल देव
ग्रहों के सेनापति मंगल अचल संपत्ति जैसे जमीन, जायदाद मकान और व्यक्ति की साहस, वीरता, आत्मविश्वास आदि के कारक हैं। सेना, युद्ध, पुलिस, बिजली, पराक्रम, बड़ा भाई या बहन, प्रशासनिक नेतृत्व आदि स्वामी ग्रह भी मंगल ही हैं। मंगल ग्रह जब राशि या नक्षत्र परिवर्तन करते हैं, तो जीवन के इन सभी पहलुओं पर व्यापक और गंभीर असर पड़ता है।कब-कब है मंगल गोचर?
वैदिक ज्योतिष की गणना के अनुसार, शुक्रवार 16 अगस्त को सूर्योदय से पहले 04:51 AM बजे मंगल नक्षत्र परिवर्तन कर मृगशिरा में प्रवेश कर रहे हैं। इस नक्षत्र के स्वामी मंगलदेव स्वयं हैं। वहीं सोमवार 26 अगस्त को दोपहर बाद 03:40 PM बजे मंगल का राशि परिवर्तन होगा और वे वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रविष्ट होंगे। मंगल के इस डबल गोचर का सभी राशियों पर पर असर होगा, लेकिन 3 राशियों के जातकों के लिए यह उनके भाग्योदय का समय सिद्ध हो सकता है। आइए जानते हैं, ये 3 राशियां कौन-सी हैं?मंगल के डबल गोचर का राशियों पर असर
मेष राशि
मेष ग्रहों के सेनापति मंगल की स्वराशि (अपनी राशि) हैं। मंगल का डबल गोचर इनके लिए बेहद लाभकारी सिद्ध हो सकता है। आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। इनकम के नए-नए रास्ते खुलेंगे। स्टूडेंट्स जातकों को पढ़ाई और प्रोजेक्ट वर्क की मेहनत का पूरा फल मिलेगा। मनोरंजन के पर्याप्त अवसर मिलेंगे। व्यापारियों के काम-धंधे में प्रगति होगी। बड़ी रकम का कोई बिल पास होगा। कहीं पर अटका हुआ धन प्राप्त हो सकता है।सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए यह समय काफी प्रगतिशील साबित हो सकता है। जीवन में नए आत्मविश्वास से आगे बढ़ने का हौसला प्राप्त होगा। कारोबारी जीवन में खुशियां लौटेंगी। व्यापार में चहुंमुखी प्रगति होने के योग हैं। शानदार लाभ होने की संभावना है। पुराने और नए निवेश से अच्छे रिटर्न मिलने की उम्मीद है। दिए हुए कर्ज की वापसी संभव है। संतान पक्ष से शुभ समाचार मिल सकता है। सेहत पहले से बेहतर होगी।वृश्चिक राशि
मंगल का डबल गोचर वृश्चिक राशि के जातकों के लिए लाभकारी रहेगा। इस राशि के स्वामी स्वयं मंगल हैं। स्टूडेंट्स जातकों एग्जाम में अच्छे रैंक मिलेंगे। मन प्रसन्न रहेगा। लक्ष्य पाने में सफलता हासिल होगी। आर्थिक रूप से यह समय अच्छा रहने वाला है। ऑफिस में सीनियर्स की हेल्प से इनकम में वृद्धि होगी। नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। लाइफ पार्टनर की हेल्प से घर की जिम्मेदारियां कम होंगी। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। ये भी पढ़ें: श्रीकृष्ण-अर्जुन…दो शरीर एक प्राण, सुभद्रा के एक वचन से दोनों में हुआ महायुद्ध; कौन जीता-कौन हारा, पढ़ें पूरी कथा ये भी पढ़ें: ये गुफा है कई देवताओं का घर, गणेश जी के कटे सिर से लेकर स्वर्ग के रास्ते के लिए है प्रसिद्ध, जानें यहां की रहस्यमयी बातें
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