Saturday, 20 April, 2024

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Kaal Bhairav Ashtami: हर इच्छा होगी पूरी, काल भैरव को आज ही चढ़ाएं ये एक जादुई चीज

Kaal Bhairav Ashtami: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को भगवान शिव ने काल भैरव रूप में अवतार लिया था। इस दिन काल भैरव जयंती या कालाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। काल भैरव को शिव का रौद्र रूप माना जाता है। इनका स्वरूप भी अतिभयंकर तथा भक्तों को […]

Edited By : Sunil Sharma | Updated: Nov 15, 2022 12:05
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Kaal Bhairav Ashtami: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को भगवान शिव ने काल भैरव रूप में अवतार लिया था। इस दिन काल भैरव जयंती या कालाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। काल भैरव को शिव का रौद्र रूप माना जाता है। इनका स्वरूप भी अतिभयंकर तथा भक्तों को डराने वाला है।

कहा जाता है कि जो कार्य दुनिया में दूसरे सभी देवताओं के लिए असंभव है, उसी कार्य को काल भैरव चुटकी बजाते कर देते हैं। तंत्र-मंत्र में भैंरूजी के कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जिन्हें सही तरह से किया जाए तो आदमी अपनी हर समस्या को दूर कर सकता है।

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काल भैरव जयंती तिथि (Kaal Bhairav Ashtami) एवं मुहूर्त

पंचांग के अनुसार इस बार 16 नवंबर 2022 को कालभैरव जयंती है। यह 16 नवंबर को सुबह 5.49 बजे आरंभ होगी और इसका समापन अगले दिन यानि 17 नवंबर को सुबह 7.57 बजे होगा।

काल भैरव जयंती या कालाष्टमी पर करें ये उपाय (Bheruji Ke Upay)

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यदि शत्रु आपको बहुत ज्यादा परेशान कर रहे हैं और आप उनसे लड़ नहीं पा रहे हैं तो यह उपाय बहुत लाभकारी है। सुबहजल्दी उठकर स्नान कर कालाष्टमी पर भैरव मंदिर में जाएं। वहां पर भैरव को गुलाल, चावल, नीले फूल, अबीर और सिंदूर अर्पित करें। इसके बाद उनसे शत्रुओं को परास्त करने की प्रार्थना करें। जल्दी ही आपके समस्त शत्रु परास्त हो जाएंगे और आपसे डरने लगेंगे।

कालाष्टमी पर भगवान काल भैरव को एक दाल की कचोरी, दही भेंट करें। इसके साथ ही उनके आगे एक तेल का दीपक जलाएं। इससे व्यक्ति के जीवन पर आने वाले आकस्मिक संकट दूर होते हैं। इस उपाय से राहु, केतु के अशुभ प्रभाव भी दूर होते हैं।

काल भैरव जयंती (Kaal Bhairav Ashtami) पर भगवान को नींबू की माला चढ़ा कर उनसे अपनी मनोकामना कहें। जल्द ही आपकी समस्त इच्छाएं पूर्ण होंगी।

कई बार जन्मकुंडली में अशुभ ग्रहों के प्रभाव के चलते व्यक्ति को बहुत कष्ट उठाने पड़ते हैं। इस स्थिति में में सवा सौ ग्राम काले तिल, सवा सौ ग्राम काले उड़द और सवा 11 रुपए लेकर सवा मीटर काले कपड़े में बांधकर एक पोटली बनाएं। इस पोटली को काल भैरव को अर्पित करें। इससे समस्त ग्रहों का अशुभ प्रभाव टल जाता है और जीवन के सारे संकट दूर होते हैं।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष के ज्ञान पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। news24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

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First published on: Nov 15, 2022 07:40 AM

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